छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण – इसके पहले भाग में हमने छत्तीसगढ़ की साक्षरता , नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्याँ, अनुसूचित जाति एवं जनजाति जनसंख्याँ, एवं अन्य धर्म सम्बन्धी जनसंख्याँ के विषय में पढ़ा । आज हम छत्तीसगढ़ के उद्योग (Industries) एवं उसका वर्गीकरण (Classification) के विषय में पढेंगे ।
छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है, प्रदेश में खनिज, उर्जा, जल, व मानवीय संसाधन पर्याप्त होने के बावजूद राज्य घट्न होने तक क्षमता अनुसार राज्य का औद्योगिकीकरण नहीं हुआ ।
स्वतंत्रता के पहले छत्तीसगढ़ राज्य में सिमित उद्योग ही स्थापित थे, किन्तु स्वतंत्रता के पश्चात् द्वितीय पंचवर्षीय योजनाकाल से इस क्षेत्र में उद्योगी का नियोजित विकास हुआ ।
स्वतंत्रता के पहले – Before Independence
- बंगाल नागपुर कॉटन मील ( BNC Mill) – 1892, राजनंदगांव Raajnandgaon
- बिलासपुर रेलमंडल ( Bilaspur Railway Division ) – 1900, बिलासपुर
- मोहन जुट मील ( Mohan Jute Mill ) – 1935, रायगढ़
Starting of the industry in Chhattisgarh and their Classification
छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण
स्वतंत्रता के पश्चात् – After Independence
- 1955 – इस्पात सयंत्र ( Steel Plant ) हेतु भारत का रूस (Russia) आज सोवियत संघ USSR से अनुबंध हुआ ।
- इसी पंचवर्षीय योजनाकाल में भिलाई इस्पात सयंत्र ( Bhilai Steel Plant ) BSP का निर्माण हुआ । 1959 से भिलाई इस्पात सयंत्र का उत्पादन शुरू हुआ ।
- 1965 – एसोसियेट सीमेंट कारपोरेशन ( ACC ) बना – स्थान जामुल दुर्ग
- 1965 – भारत एल्युमिनियम कम्पनी लिमिटेड ( BALCO) कोरबा की स्थापना और उत्पादन 1972 से हुआ।
- 1966 – रेलवे वैगन रिपेयर शॉप WRS रायपुर – इसका कार्य प्रारम्भ 1968 में हुआ और यहाँ रेलवे वैगन ( मालगाड़ी के डिब्बे) बोगियों की मरम्मत एवं सुधर की जाति है ।
- 1968 – राष्ट्रिय खनिज विकास निगम ( National Mineral Development Corporation ) किरंदुल – दंतेवाडा की स्थापना ।
- 1978 – नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन (NTPS) कोरबा की स्थापना ।
- 1978 – भारत रिफैक्ट्रिज लिमिटेड (BRP) भिलाई में स्थापना – यहाँ मुख्य रूप से अग्नि सह ईंटों का निर्माण किया जाता है ।
- 1979 – फेरो स्क्रैप कारपोरेशन लिमिटेड भिलाई की स्थापना । लौह अयस्क से इस्पात निर्माण की प्रक्रिया में कुछ प्रतिशत लौह इस्पात का स्क्रैप के रूप में निकलता है जिसका पुनः उपयोग करने के लिए इसकी स्थापना की गई है ।
- 1985 – Bhilai Engineering Corporate ( BEC – Fertilizer ) सिरगिट्टी बिलासपुर – उर्वरक निर्माण
- 1987 – SECL (South Eastern Coal Limited) बिलासपुर – यह कोल इंडिया कम्पनी (CIL) के अधीन कोयला उत्खनन कम्पनी है ।
- 1988 – जिंदल स्टील प्लांट लिमिटेड ( JSPL ) रायगढ़
- 2001 – NSPCL ( NTPC SAIL Power Company Limited ) यह NTPC और SAIL का संयुक्त उपक्रम है ।
- 2002 – NTPC सीपत बिलासपुर की स्थापना ।
- 2003 – दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे जोन ( SECR ) बिलासपुर – यह भारत का 16 वां रेल्वे जोन है ।
उद्योगों का वर्गीकरण – Classification of Industries
खनिज आधारित उद्योग
- कपडा उद्योग
- जूट उद्योग
- शक्कर कारखाना
- मैदा उद्योग
- चांवल उद्योग
वन आधारित उद्योग
- कागज उद्योग
- कत्था उद्योग
- कोषा उद्योग
- रेशम उधोग
- लाख उद्योग
अन्य उद्योग
- माचिस उद्योग
- सिगरेट उद्योग / बीड़ी उद्योग
- उर्वरक उद्योग