छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण – इसके पहले भाग में हमने छत्तीसगढ़ की साक्षरता , नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्याँ, अनुसूचित जाति एवं जनजाति जनसंख्याँ, एवं अन्य धर्म सम्बन्धी जनसंख्याँ के विषय में पढ़ा । आज हम छत्तीसगढ़ के उद्योग (Industries) एवं उसका वर्गीकरण (Classification) के विषय में पढेंगे ।
छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है, प्रदेश में खनिज, उर्जा, जल, व मानवीय संसाधन पर्याप्त होने के बावजूद राज्य घट्न होने तक क्षमता अनुसार राज्य का औद्योगिकीकरण नहीं हुआ ।
स्वतंत्रता के पहले छत्तीसगढ़ राज्य में सिमित उद्योग ही स्थापित थे, किन्तु स्वतंत्रता के पश्चात् द्वितीय पंचवर्षीय योजनाकाल से इस क्षेत्र में उद्योगी का नियोजित विकास हुआ ।
स्वतंत्रता के पहले – Before Independence
- बंगाल नागपुर कॉटन मील ( BNC Mill) – 1892, राजनंदगांव Raajnandgaon
- बिलासपुर रेलमंडल ( Bilaspur Railway Division ) – 1900, बिलासपुर
- मोहन जुट मील ( Mohan Jute Mill ) – 1935, रायगढ़