छत्तीसगढ़ का शिमला – मैनपाट अंबिकापुर

Shimla of Chhattisgarh Mainpat Ambikapur – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर – मैनपाट को छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है, ठंड में बर्फबारी, टाइगर प्वाइंट, बुद्ध मंदिर, दलदली जमीन , उल्टे पानी के अलावा यहां एक पर्यटक होटल भी है।

Shimla of Chhattisgarh Mainpat  – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर  उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित एक पर्वतीय क्षेत्र है , इसे छत्तीसगढ़ का शिमला के नाम से भी जाना जाता है । जिला मुख्यालय से लगभग 45 की.मी. की दुरी में स्थित यह जगह प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर एवं बौद्ध धर्म स्थली भी है ।
यहाँ बाक्साईट की खदान है , ये बाक्साईट कोरबा में स्थित ” बालको ” के अंतर्गत आता है और इसी बाक्साईट का उपयोग “बालको” में एल्युमिनियम के निर्माण में किया जाता है। भिलाई इस्पात संयंत्र की तरह “बालको ” भी हमारे छत्तीसगढ़ का गर्व है ।
यहाँ सरकार द्वारा 1962 में तिब्बत्तियों को बसाया था ,  यहाँ बौद्ध मठ है एवं समय समय पर यहाँ मेला भी लगता है।यह प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान है, इसलिए इसे छत्तीसगढ़ का शिमला एवं  तिब्बत्तियों की वजह से छत्तीसगढ़ का तिब्बत भी कहा जाता है । जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से यहाँ जाने के लिए दो रास्ते  है, पहला सीतापुर होते हुए एवं दूसरा दरिमा होते हुए, इस रास्ते  से ही हमारा जाना हुआ ।

Shimla of Chhattisgarh Mainpat Ambikapur

बुका जलाशय
Shimla of Chhattisgarh Mainpat  – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर  कई प्राक्रतिक सौंदर्यों से घिरा हुआ है । यहाँ बहुत से आकर्षित करने वाले दृश्य एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी परिपूर्ण है । यहाँ टायगर पॉइंट , मछली पॉइंट , मेहता पॉइंट, जलजली एवं उल्टा पानी जैसे रोमांचक एवं मनमोहक दृश्य है ।
मैनपाट का नाम आते ही आँखों के सामने प्रकृति का खुबसूरत नजारा दिखने लगता है। यहाँ आलू का पठार , तिब्बत वासी , स्पंज धरती , उल्टा पानी , कोहरे से  परिपूर्ण बादल एवं  ठंडक भरी शिमला सा मौसम ।
यहाँ का मौसम हमेशा खुशनुमा रहता है एवं सर्दियों के समय यहाँ बर्फ की चादर सी बिछ जाति है । अधिकतर लोग गर्मियों में ठंडी जगह या हिल स्टेशनों  में जाना पसंद करते है , इस दृष्टिकोण से मैनपाट सबसे अच्छी जगह है।
1.जलजली  – मैनपाट ( Mainpat ) : यह एक अद्भुत और आश्चर्य चकित स्थान है , मानो एक चमत्कार से परिपूर्ण . यहाँ की जमीन मानो एक गद्दे (Sponge) जैसी हो। यहाँ प्रकृति का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है , जहाँ हम चाह कर भी समझ नहीं पाते की ऐसा क्या है यहाँ की धरती एक गद्दे के जैसे है, जो हमारे दबाने से दबती है और जोर लगाकर दबाव तब भी कुछ नहीं होता।
यह एक अद्भुत और आश्चर्य चकित स्थान है , मानो एक चमत्कार से परिपूर्ण . यहाँ की जमीन मानो एक गद्दे (Sponge) जैसी हो। यहाँ प्रकृति का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है , जहाँ हम चाह कर भी समझ नहीं पाते की ऐसा क्या है यहाँ की धरती एक गद्दे के जैसे है, जो हमारे दबाने से दबती है और जोर लगाकर दबाव तब भी कुछ नहीं होता।
अमृतधारा जलप्रपात
कहा जाता है की यहाँ धरती के कुछ ही निचे पानी का श्रोत है जिसकी वजह से यहाँ की धरती एक गद्देदार  लचीली है. सच में प्रकृति का यह दृश्य अचरज से भरपूर है जिसकी कल्पना करना भी असंभव सा है । वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह कहा जा सकता है की धरती के आंतरिक दबाव और खाली जगह पर पानी होने की वजह से यह हिस्सा दलदली एवं गद्देदार लगती है।
2.टाईगर पॉइंट – मैनपाट ( Mainpat ) : यह मैनपाट का एक ऐसा पॉइंट है जहाँ एक झरना है जिसके निचे गिरने से एक अद्भुत आवाज आती है , यह आवाज इतनी गूंजती है की मानों शेर दहाड़ रहा हो, इसलिए शायद इसका नाम टायगर पॉइंट रखा गया है।
देवरानी जेठानी मंदिर
Shimla of Chhattisgarh Mainpat  – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर बहुत ही सुंदर और मनमोहक जगह है , परन्तु  यहाँ रुकने या ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण यहाँ ज्यादा देर तक रुकना असंभव सा है , पिकनिक मनाने की दृष्टिकोण से यह स्थान सर्वोत्तम है।
जहाँ  इस झरने का पानी गिरता है वह भी स्थान बहुत ही मनमोहक सा है , किन्तु यहाँ पर हमें सावधानी बरतनी होती है , क्यूंकि यहाँ बहुत बढे और फिसलन से भरे चट्टान है. इसलिए यहाँ जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए।
झरने के निचे जाने के लिए सीढियाँ बनी हुयी है जो काफी खतरनाक है , यहाँ से निचे उतरते समय ज्यादा ध्यान रखने की जरुरत होती है क्यूंकि जल्दबाजी में पैर का संतुलन बिगड़ने पर हादसा होने की सम्भावना रहती है ।
यहाँ लगभग 80 – 90 सीढियाँ है जो काफी बड़ी बड़ी है।
बहुत से लोग यहाँ फोटो खिंचवाने के लिए बहुत जोखिम लेते है जो की बहुत खतरनाक होता है , इसलिए आप सभी से अनुरोध है की अगर कोई बच्चे है साथ में तो ध्यान रखे एवं नव युवा भी जोश में होश न खोवें।
3.बौद्ध मठ  – मैनपाट ( Mainpat ) : तिब्बत्त वासियों को पुनः Shimla of Chhattisgarh Mainpat  – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर  में बसाये जाने के बाद यहाँ का वातावरण ही बदल कर बहुत ही सुंदर सा हो गया है ।यहाँ के निवासी ( तिब्बत्ती ) अपने जीवन यापन के लिए एक उद्योग का परिचालन करते है जिसमें वे लोग डिजाइनर चटाई ( कालीन ) एवं ऊनि कपड़ो का निर्माण करते है ।
Shimla of Chhattisgarh Mainpat  – छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट अंबिकापुर में दलाई लामा के अनुयाई होने के कारण इन्होने पूजा अर्चना के लिए यहाँ  एक बुद्ध  मन्दिर की स्थापना की  है , जहाँ ये लोग अपने ईष्ट देव की आराधना कर मानवता की सिख हमें प्रदान करते है । यह बुद्ध मन्दिर तिब्बत्तियों की कला एवं बुद्ध की सराहना की एक जगह है।
4.उल्टा पानी  – मैनपाट ( Mainpat ): यहाँ एक ऐसा स्थान है जिसका नाम है उल्टा  पानी । इस जगह में पानी निचे से उपर की ओर बहता है और कार यहाँ पर ऊँचाई की ओर न्यूट्रल की दशा में भी कुछ दूर तक पहाड़ी की तरफ अपने आप चली जाती है ।
पहले यह मान जाता था की यहाँ किसी भुत प्रेत का वास है किन्तु समय रहते विज्ञानं का बढ़ता ज्ञान और पर्यटन शाखा द्वारा बताये जाने पर यह भ्रम समाप्त हो चूका है और पर्यटन के दृष्टिकोण से यह स्थान चर्चा का विषय बना रहता है ।
कहा जाता है की ऐसा तभी होता है जब उस स्थान का गुरुत्वाकर्षण बल दुसरे स्थान से कम है या फिर दूसरी ओर चुम्बकीय शक्ति ज्यादा बलीय होता है ।