छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिक, राजकीय पशु, पक्षी एवं राजभाषा : छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिक , राजकीय पशु, पक्षी, वृक्ष एवं राजभाषा आदि का विवरण हमारे इस लेख में वर्णित है।
शासकीय भवनों के नाम
- मंत्रालय एवं सचिवालय – “महानदी”
- संचालनालय – ” इन्द्रावती”
- विधानसभा भवन – “मिनीमाता”
- खनिज भवन – “सोना खान”
- जल संसाधन भवन – “सिहावा”
- राज्य शासन का विश्राम गृह – “पहुना”
- मुख्यमंत्री निवास – “करुणा”
- विधान सभा अध्यक्ष निवास – “संवेदना”
- विधायक विश्राम गृह – “संगवारी”
- वन विभाग – “अरण्य भवन”
शासकीय संस्थान
- शासकीय मुद्रणालय – ग्राम “चिखली” राजनांदगांव
- ब्रेनलिपि प्रेस – ” तिफरा” बिलासपुर
- राजस्व मंडल मुख्यालय – “बिलासपुर “
- वन मुख्यालय – “रायपुर “
- औद्योगिक न्यायाधिकरण मुख्यालय – “रायपुर “
- पर्यावरण संरक्षण मुख्यालय – “भिलाई”
छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिक, राजकीय पशु, पक्षी एवं राजभाषा
राज्य का प्रतीक
4 सितम्बर 2001 को राज्य शासन द्वारा राज्य का प्रतीक चिन्ह अपनाया गया । राज्प्रय के प्रतीक चिन्ह में समाहित सभी आकृति , रंग,अंक एवं चिन्हों का विवरण निम्नानुसार है :-
- वृत्ताकार परिधि ( Circle ) : यह राज्य के विकास के निरंतरता का प्रतीक है ।
- 36 कीलें : (हरा रंग) राज्य की समृधि , वन संपदा एवं नैसर्गिक सुन्दरता का प्रतीक है ।
- धान की बालियाँ : ( सुनहरा रंग ) कृषि प्रधान राज्य का प्रतिक है ।
- विद्युत संकेत : ( नीला रंग ) उर्जा के रूप में राज्य का प्रतिक है ।
- 3 लहराती रेखाएं : (तिरंगा का 3 रंग) जल संसाधन एवं नदियों का प्रतिक है ।
- सारनाथ अशोक स्तम्भ : ( लाल रंग ) इसमें 3 शेर दृश्यमान है ।
- भारत का आदर्श वाक्य : सत्यमेव जयते
- पृष्ठभूमि : इसका रंग सफ़ेद है ।
राजभाषा – छत्तीसगढ़ी
- भाषा : छत्तीसगढ़ी
- स्वीकृति : 28 नवम्बर 2007
- राजभाषा दिवस : 28 नवम्बर
राजकिय वृक्ष – साल ( सरई )
- सर्वोत्तम किस्म का साल कोंडागांव के केशकाल घाटी में पाया जाता है
- विशेष : बस्तर को साल वनों का द्वीप कहा जाता है
- वैज्ञानिक नाम – Shorea Robusta
राजकिय प्रमुख वाक्य
- राज्य का ध्येय वाक्य – “सत्य और पारदर्शिता “
- राज्य सरकार का नया प्रतीक वाक्य – “विश्वसनीय छत्तीसगढ़”
- राज्य का पुलिस वाक्य – “परित्राणाय साधुनाम”
- राज्य नगर सेवा का वाक्य – “निष्काम सेवा”