जंगल सत्याग्रह छत्तीसगढ़ – सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दौरान छत्तीसगढ़ में अनेक जंगल सत्याग्रह हुआ । यह सत्याग्रह वन अधिकार अधिनियम 1927 के कानूनों को तोडना तथा अपने निवास क्षेत्र भूमि तथा वन से प्राप्त परम्परागत अधिकारों को छीने जाने के विरोध में प्रारम्भ किया गया था ।
छत्तीसगढ़ में हुए प्रमुख जंगल सत्याग्रह
1. पोड़ी – सीपत जंगल सत्याग्रह ( बिलासपुर – जुलाई 1930 )
यह सत्याग्रह 1 जुलाई 1930 में बिलासपुर के सीपत तहसील के पोड़ी नामक गाँव में हुआ था, इस आन्दोलन के नेतृत्वकर्ता रामाधार दुबे थे ।
2. पोड़ी – मोह्बना जंगल सत्याग्रह ( जुलाई 1930 )
मोह्बना पोड़ी धमतरी का एक क्षेत्र है, यहाँ २४ जुलाई 1930 में नरसिंह प्रसाद अग्रवाल के नेतृत्व में जंगल कानून का विरोध कर इस जंगल सत्याग्रह का प्रारम्भ किया गया था ।
3. गट्टासिल्ली जंगल सत्याग्रह ( जुलाई 1930 )
जंगल सत्याग्रह छत्तीसगढ़ – धमतरी के गट्टासिल्ली क्षेत्र में स्थानीय लोगों के मवेशियों को जंगल में चराने के कारण इन अधिनियम के तहत अंग्रेजों द्वारा मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस में बंद किया गया था , तब मवेशियों को छुडाने के लिए यह सत्याग्रह किया गया, इसके नेतृत्वकर्ता पं. सुन्दरलाल शर्मा थे, तथा उनके सहयोगी में नारायण राव मेघावाले, नत्थू जी जगताप तथा बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव थे ।
जंगल सत्याग्रह छत्तीसगढ़
4. रुद्री नवागांव जंगल सत्याग्रह ( अगस्त 1930 )
जंगल सत्याग्रह छत्तीसगढ़ – धमतरी के रुद्री नवागांव के क्षेत्र में अंग्रेजों द्वारा जंगलों को आरक्षित कर स्थानीय जनता के प्रवेश को निषेध कर दिया गया, तब 22 अगस्त 1930 में स्थानीय लोगो के द्वारा विरोध स्वरूप 5 – 5 कि टोली बनाकर घास काटने का कार्य किया गया ।
इस सत्याग्रह आन्दोलन के मुख्य नेतृत्वकर्ता बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव थे तथा उनके सहयोगी पं. सुन्दरलाल शर्मा, नारायण राव मेघावाले तथा नत्थू जी जगताप थे ।
नोट: 1. इस आन्दोलन में सिन्धु एवं रुलू नामक स्थानीय व्यक्तियों कि पुलिस कि लाठी चार्ज में मृत्यु हो गई ।
2. यह आन्दोलन तब तक चलता रहा जब तक गांधी – इरविन का समझौता 5 मार्च 1931 को सम्पन्न नहीं हुआ ।
5. लभरा जंगल सत्याग्रह ( सितम्बर 1930 )
लभरा महासमुंद का क्षेत्र था यहाँ 8 सितम्बर 1930 को अरिमदन गिरी के नेतृत्व में गोंड आदिवासियों के द्वारा चलाया गया आन्दोलन था, इस आन्दोलन में प्रमुख स्त्यग्रही आनंदराम गोंड, श्यामलाल गोंड, फिरतुराम गोंड तथा मंगलू राम गोंड प्रमुख थे ।
6. तमोरा जंगल सत्याग्रह ( सितम्बर 1930 )
जंगल सत्याग्रह छत्तीसगढ़ – तमोरा महासमुंद का क्षेत्र था, जंगल कानून के विरोध में यह सत्याग्रह 9 सितम्बर 1930 को यति यतन लाल तथा शंकर राव गनौद वालो के द्वारा चलाया गया । इस आन्दोलन में बालिका दयावती के द्वारा एक ब्रिटिश अधिकारी (SDM) को तमाचा मारा गया था ।
7. बांधाखार कटघोरा जंगल सत्याग्रह ( कोरबा 1930 )
इस आन्दोलन के नेतृत्वकर्ता मनोहर लाल शुक्ल थे ।
8. सारंगढ़ जंगल सत्याग्रह (1930 )
सारंगढ़ रायगढ़ का क्षेत्र है, इस क्षेत्र में धनीराम, जगतराम तथा कुवरराम के द्वारा जंगल सत्यग्रह चलाया गया था ।